जिस दिन हम अपनी मानवता खो देते हैं, उस दिन मानव जाति मर जाती है, फिर भी यदि कोई अपने भीतर के प्रकाश को जीवित रख सकता है, तो मानव जाति अभी भी एक में रहती है और चलती रहेगी।
© 2023 एमएन हॉपकिंस
To read the original quotation in English, please click on the link below:
No comments:
Post a Comment