उन पर दया करो जो इस पथ को नहीं समझते जिस पर तुम चल पड़े हो। कोई दूसरा मार्ग नहीं जान सकता। गाइड के लिए रास्ते में हर यात्री के लिए अनोखा है। मार्ग कभी-कभी वर्णन से परे सुखद होता है और कभी-कभी प्रतिकार का दुःस्वप्न। अगर किसी को एक पूरी तरह से जागरूक और सचेतन इंसान के रूप में विकसित किया जाता है, जो एक दिन के लिए दूसरे दिन टॉर्च की रोशनी ले जा सकता है, तो सभी की जरूरत है। कभी गड्ढों से भरा अकेला रास्ता जाता है और कभी दोस्ती और खुशी से भरा बगीचा रास्ता।
© 2010 एमएन हॉपकिंस
This is a small part of a longer discourse that I wrote and 2010. To read the full discourse please click on the link provided below:
https://mnhopkins.blogspot.com/2010/12/message-of-encouragement-to-those-who.html
No comments:
Post a Comment