स्वर्ग की दिव्य रोशनी में आराम की तलाश करें, फिर भी पृथ्वी की संतुलनकारी ऊर्जा को छूना न भूलें। क्योंकि आपका शरीर पृथ्वी लोक का है, भले ही आपकी आत्मा दूसरे लोक में रहती है। हमेशा अपनी दुनिया और ईश्वरीय प्रेरणा के दायरे में संतुलन की तलाश करें। उज्जवल कल के अपने दृष्टिकोण को दूसरों से साझा करने का प्रयास करें।
© एमएन हॉपकिंस
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